कार, बस, हवाई जहाज में उल्टी रोकने की आयुर्वेदिक दवा | पतंजलि उल्टी की दवा

कई लोगों को बस, कार या बंद गाडी में सफ़र करने से उलटी यस जी मिचलाने की समस्या होती है शायद आपने अपने आस पास ऐसे लोगों को देखा भी होगा या शायद आपको भी सफ़र के दौरान उलटी होती होगी| इस लेख में पतंजलि उल्टी की दवा के बारे में जानकारी दी जा रही है|

पूरी तरह से स्वास्थ्य व्यक्ति को भी सफ़र के दौरान कई बार उलटी होती है इस स्थिति को अंग्रेजी में (मोशन सीकनेस) कहते है| यदि किसी को मोशन सीकनेस की समस्या हो तो सामान्य दुरी को भी बस, कार या बंद गाडी में तय करने पर जी मिचलाना या उलटी आने के लक्षण दिखाई पड़ने लगते है और इस समस्या के कारन व्यक्ति का पूरा सफ़र भी ख़राब हो जाता है|

यूँ तो कई प्रकार की उल्टी रोकने की अंग्रेजी दवा अथवा उल्टी रोकने की अंग्रेजी दवा tablet बाजार में मिलती है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उलटी रोकने की दवा व पतंजलि उल्टी की दवा के बारे में जानकारी देंगे जिससे आपको सफ़र के दौरान उलटी की समस्या से आयुर्वेदिक उपचार के द्वारा राहत मिले|

1. अदरक और निम्बू का रस

यदि सफ़र के दौरान उलटी की समस्या हो तो सबसे उचित यदि है की यदि सफ़र कुछ ही घंटो का है तो खली पेट ही कार या बस में सफर करें इससे उलटी की समस्या बहुत कम देखने को मिलती है अन्यथा एंटी-एमिटिक गुण वाले अदरक का 2 चम्मच रस व साइट्रिक एसिड एसिड से भरपूर निम्बू का 2 चम्मच रस को साथ में मिलकर सफ़र करने से आधे घंटे पहले पी लें इससे उलटी को रोकने में बहुत लाभ मिलता है|

अदरक और निम्बू ये दोनों ही हमारे पेट के पाचन को ठीक करते है व इन दोनों का रस पिने से सफ़र में उलटी होने की संभावना कम होती है| यदि सामान्य तौर पर घर पर गर्भवती महिला या किसी अन्य व्यक्ति को उलटी हो रहा हो तो उसके उपचार में ये बहुत कारगर आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है|

2. तुलसी और शहद

तुलसी भी उलटी को रोकने में बहुत कारगर मानी जाती है यदि किसी व्यक्ति को सामान्य तौर पर गलत चीजे खाने की वजह से उलटी हो रहा हो या सफ़र के दौरान उलटी की संभावना हो तो तुलसी के पत्ते में शहद को मिलाकर सफ़र से पहले खा लेने पर उलटी की संभावना में कमी आती है|

गलत या उलटी सीधी चीजे खाने के कारन उलटी जैसा मन हो रहा हो तो तुलसी का रस व शहद को मिलाकर पिने से उलटी जैसा मन से या जी मिचलाने की समस्या में राहत देखने को मिलती है|

3. दाल चीनी पाउडर का इस्तेमाल

यदि आपको सफ़र के दौरान उलटी आने की समाया होती हो तो सफ़र से 1 या 2 दिन पहले से ही सामान्य तापमान के पानी में दाल चीनी पाउडर को रोजाना सुबह और शाम पिए, दाल चीनी पाउडर में एंटी बेक्टेरिअल व एंटी बायोटिक गुण पाए जाते है जो पेट से गैस, अपच व पाचन को सुधारता है जिससे सफ़र में उलटी आने की संभावना में कमी आती है| यदि सफ़र कुछ ही घंटो का है तो खाली पेट कार बस या बंद गाडी में सफ़र करने पर उलटी होने की समस्या से बचा जा सकता है|

यदि घर पर किसी व्यक्ति को गैस के कारन, गलत खान पान के कारन उलटी की समस्या होती हो तो वह रोजाना दाल चीनी पाउडर को पानी के साथ पी सकता है इससे पेट में गैस की समस्या ठीक होती है पाचन में सुधार होता है और उलटी से राहत मिलती है|

4. उल्टी को रोकने में लौंग हो सकता है फायदेमंद

लौंग में एंटी सेप्टिक, एंटी ओक्सिडेंट व एंटी बेक्टेरिअल गुण बहुत प्रचुर मात्रा में पायी जाती है जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होती है| यदि सफ़र में उलटी होने की समस्या होती है तो आप लौंग और दाल चीनी का काढ़ा बना कर सफ़र करने से एक दो दिन पहले से रोजाना पीते है तो पेट के पाचन में बहुत सुधार होता है और सफ़र में उलटी या जी मिचलाने की समस्या से बचा जा सकता है|

5. हरी धनियाँ और पुदीना उल्टी रोकने में सहायक

यदि आपको सफ़र में अधिक भोजन करने से उलटी होने या जी मिचलाने की समस्या महसूस होता है तो आप हरी धनिया, पुदीना की चटनी के साथ साथ काली मिर्च व सेंधा नमक मिलाकर पीने से पेट में चाहे गैस हो, अपच हो या गलत खान पान के कारन जी मिचलाने या उलटी होने की समस्या हो रही हो उससे तुरंत रहत मिलती है|

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