फंगल इन्फेक्शन ऐसा रोग है जिसके होने पर पूरा शारीर बेचैन रहता है और खुजली के कारण पूरा दिनचर्या तकलीफ देय हो जाती है इसलिए आज हम कुछ बहुत ही कारगर फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट के बारे में जानने वाले है साथ ही फंगल इन्फेक्शन से हमेशा के लिए छुटकारा कैसे पाएं ये भी जानेंगे|
फंगल इन्फेक्शन को विज्ञानिक भाषा में टीनिया कहते है और भारत में इसे कई नाम दाद, खाज खुजली, दिनाय और रिंगवर्म से पुकारा जाता है| कई लोगो को इनके नाम से लगता है की ये अलग चीजे है लेकिन ऐसा नहीं है|
फंगल इन्फेक्शन का ऐसा कोई दवाई नहीं बना है जिसका एक ही डोज़ दवाई खाकर ख़त्म किया जा सके लेकिन आगे हम कुछ फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट के बारे में जानकारी दे रहे है जो बहुत कारगर साबित हुई हैं|
फंगल इन्फेक्शन बार बार क्यों होता है – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
90 प्रतिशत लोगो को फंगल इन्फेक्शन बार बार होने का कारण होता है किसी अच्छे डॉक्टर से पूरी तरह इलाज न कराना या डॉक्टर के द्वारा दी गयी दवाई का पूरा कोर्स न करना और डॉक्टर के द्वारा बताये गए सुझावों को सही से पालन न करना|
कई लोग जिन्हें मेडिकल शॉप में मिलने वाली खुजली या फंगल इन्फेक्शन को दूर करने वाली क्रीम के बारे में सही जानकारी नहीं होती वे उन क्रीम को अपने शारीर पर लगाते है जिसके अन्दर का स्टेरॉयड बहुत बुरी तरह से शारीर में फंगल इन्फेक्शन का बढाने का कारण बनता है|
क्योंकि कई लोगो को फंगल इन्फेक्शन की समस्या सालों साल रहती है ऐसे में फंगल इन्फेक्शन को जड़ से कैसे ख़त्म करना है इसके बारे में जानने के लिए फंगल इन्फेक्शन बार बार क्यों होता है ये समझना बहुत जरूरी है|
फंगल इन्फेक्शन के होने का निम्नलिखित मुख्य कारण होते है| आप निम्नलिखि गलती न करें
1. खुद से इलाज करना – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
यदि आपने कभी गोर किया हो तो प्रतिदिन टीवी पर कोई न कोई फंगल इन्फेक्शन या खुजली को दूर करने वाली क्रीम की विज्ञापन आती ही रहती है और जिसके बारे में बताया जाता है की ये फंगल इन्फेक्शन ठीक करने की क्रीम है|
अधिकतर बड़े बड़े ब्रांड की फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने वाली क्रीम जिसको यदि कोई आम इंसान दवाई की दूकान से खरीद कर इस्तेमाल करता है उसे 10 से 15 दिन तक तो बहुत आराम मिलता है और जब तक क्रीम लगाता है तब तक आराम मिलता है|
लेकिन स्टेरॉयड वाली फंगल इन्फेक्शन की क्रीम लगाने से स्टेरॉयड आपके शारीर के फंगल इन्फेक्शन को तब तक ठीक करके रखता है जब तक आप क्रीम लगा रहे हो जैसे ही आप क्रीम लगाना बंद कर देते है वैसे ही आपको फंगल इन्फेक्शन का भयंकर तरीके से फैलाब दिखने लगता है जो बहुत तकलीफदेय होता है| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
2. अच्छे डॉक्टर से इलाज न कराना – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
बहुत से लोग ऐसे होते है जो किसी दुसरे का देखा देखी के अनुसार खुद भी फंगल इन्फेक्शन की वही दवाई खरीद के लगाना चालु कर देते है जिसको उनके कोई दोस्त या रिश्तेदार लगा रहे थे या फिर किसी दुसरे व्यक्ति के सलाह से लगाने लगते है और डॉक्टर से इलाज नहीं कराते|
किसी दुसरे के सलाह के अनुसार दवाई लगाने से आपके दाद खाज खुजली या फंगल इन्फेक्शन का बढ़ने का ज्यादा खतरा होता है अगर ठीक होने की तुलना की बात करे तो|
एक अच्छा चर्म रोग विशेषग्य आपके फंगल इन्फेक्शन का पूरी तरह से उम्र, प्रकार, क्या सूट करता है क्या नहीं ये सभी चीजो को जांच परख के एक अच्छा दवाई का कोर्स करने के लिए देता है|
एक अच्छा चर्म रोग विशेषग्य द्वारा दिए गए दवाई को तब तक लेते रहना चाहिए जब तक की डॉक्टर आपको दवाई को लेने के लिए मना न कर दे| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
3. दवाई का कोर्स पूरा न करना – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
फंगल इन्फेक्शन के बार बार होने का सबसे बड़ा कारणों में ये भी एक कारण है की कई लोग डॉक्टर से फंगल इन्फेक्शन की दवाई लेकर कुछ दिन खाते है और फंगल इन्फेक्शन के शारीर से ठीक हो जाने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए छोड़ देते है|
जो लोग दवाई का कोर्स बीच में ही छोर देते है उनको बाद में भविष्य में फिर बहुत भयानक तरीके से फंगल इन्फेक्शन के होने का ख़तरा रहता है क्यूंकि बीच में दवाई छोड़ने पर बचे हुए फंगल अपने आपको भविष्य में दी जाने वाली दवाई से लड़ने के लिए तैयार कर लेता है|
जब कोई व्यक्ति फंगल इन्फेक्शन के ठीक हो जाने पर बिना चर्म रोग विशेशग्य के सलाह के बीच में ही फंगल इन्फेक्शन या दाद खाज खुजली, दिनाय का दवाई लेना छोर देते है और कुछ समय बाद फिर से फंगल इन्फेक्शन होना सुरु हो जाता है ऐसे में रोगी का दुबारा से शारीर का चेकअप करके दवाई का पूरा कोर्स करना जरूरी हो जाता है वरना दवाई काम नहीं करता|
4. संक्रमित वस्तुओ का इस्तेमाल करना – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
फंगल इन्फेक्शन का बार होने का सबसे बड़ा कारण ये भी होता है की व्यक्ति अपने इस्तेमाल की चीजो को साफ़ नहीं रखता है और संक्रमित वस्तुओ को ही हमेशा इस्तेमाल करता रहता है|
फंगल इन्फेक्शन के फ़ैलने का सबसे मुख्य कारण होता है शारीर में नमी वाले जगह की अच्छी से सफाई का न हो पाना और दूसरा कारण है संक्रमित चीजों का इस्तेमाल करना|
आपको हर एक चीज जिसको आपने संक्रमण के स्थिति में छुआ है या इस्तेमाल किया है उसे हमेशा जितना हो सके एंटी फंगल साबुन, लिक्विड, इत्यादि से साफ़ करते रहना चाहिए फंगल इन्फेक्शन का थोडा सा भी अक्स दोबारा से पुरे शारीर में फ़ैल जाता है|
( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
चलिए यहाँ तक हमने कुछ मुख्य कारणों की बात की जिसके वजह से लोगो को बार बार फंगल इन्फेक्शन, दाद खाज खुजली या दिनाई की समस्या होती है और जिसको पहली पहली बार फंगल इन्फेक्शन हुआ है उनको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए|
चलिए अब जानते है फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट जिसका उपयोग करके फंगल इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है|
NOTE:- कोई भी दवाई सीधा यहाँ से पढ़कर न लें हर व्यक्ति का शारीर एक दुसरे से भिन्न होता है और डॉक्टर आपको आप ही के शारीर को अच्छे से जांच परख के दवाई देते है| दवाई लेने से पहले हमेशा अच्छे डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है|
फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट | fungal infection tablet name list in Hindi
कोई भी फंगल इन्फेक्शन की दवाई हो उन्हें एंटी फंगल इन्फेक्शन कहा जाता है और फंगल इन्फेक्शन टेबलेट जिसको एंटी फंगल टेबलेट भी कहते है इसको डॉक्टर की भाषा में “ओरल एंटीफंगल” कहा जाता है|
हर प्रकार का फंगल इन्फेक्शन या एंटी फंगल दवाई वो आपके शारीर के फंगल कोशिकाओं को नष्ट करती है जिसके कारण शारीर में फंगल इन्फेक्शन फ़ैल रहा होता है|
फंगल इन्फेक्शन की टेबलेट शारीर में होने वाले फंगल इन्फेक्शन को भी ख़त्म करती है| कुछ बहुत कारगर एंटी फंगल टेबलेट है जिनके बारे में निचे जानकारी दी गयी है|
फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट:-
- फ्लुकोनाजोल (fluconazole)
- इंट्राकोनाजोल (Intraconazole)
- क्लोट्रिमाजोल (clotrimazole)
- ग़्रिसिओफ़ुल्विन (Griseofulvin)
- एम्फोटेरिसिं बी (Amphotericin B)
- इकोनाजोल (econazole)
- माइकोनाजोल (miconazole)
- टर्बिनाफिन (terbinafine)
- कीटोकोनाजोल (ketoconazole)
- एंफोटेरिसिन (amphotericin)
यह सभी प्रकार की दवाइयाँ है जिसको फंगल इन्फेक्शन होने पर लिया जाता है यह टेबलेट और क्रीम के रूप में भी मिलते है| बाजार में कई सारी कंपनियां ये दवाइया बनाती है लेकिन आपको कंपनी के नाम को छोरकर इन दवाइयों के गुणों के आधार पर फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए चुनाव करना चाहिए|
1. फ्लुकोनाजोल (fluconazole) – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
यह दवाई दाद खाज, खुजली के इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है यह दवाई दो तरह के IP में आता है और एक दवाई के पत्ते में एक ही टेबलेट होती है|
डॉक्टर के सलाह के आधार पर फ्लुकोनाजोल (fluconazole) टेबलेट का इस्तेमाल किया जाता है, डॉक्टर आपके शारीर में हुए फंगल इन्फेक्शन के आधार पर इस दवाई का कितना डोज़ लेना चाहिए ये बताते हैं|
फ्लुकोनाजोल टेबलेट की विशेषताएं:-
- यह दवाई टीनिया इन्फेक्शन, Cutaneous और केंडीडिअसिस जैसे इन्फेक्शन में इस्तेमाल किया जाता है|
- यह दवाई दो IP में आती है और इसका इस्तेमाल डॉक्टर के सलाह से किया जाता है|
- एक सप्ताह में एक बार इस टेबलेट को लिया जाता है|
- इस दवाई का हाई डोज़ या एक हप्ते में ज्यादा डोज़ लेने से साइड इफ़ेक्ट हो सकते है|
- प्रेगनेंसी में 1 डोज ही लेने की सलाह दी जातो है|
- डॉक्टर के सलाह से ली जाती है|
फ्लुकोनाजोल टेबलेट साधारणतः होने वाले फंगल इन्फेक्शन के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है और डॉक्टर के सलाह पर इस्तेमाल किया जाता है| फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट में आगे हम इंट्राकोनाजोल (Intraconazole) टेबलेट के बारे में चलिए जानते है| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
2. इंट्राकोनाजोल (Intraconazole) – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
यह दवाई Intraconazole दो प्रकार एक Intraconazole-100 और दूसरा Intraconazole-200 में आता है सुरुवाती डोज में Intraconazole-200 दी जाती है और इसके बाद में Intraconazole-100 दी जाती है|
जब फंगल इन्फेक्शन फ्लुकोनाजोल (fluconazole) की टेबलेट से ठीक नहीं होती तब Intraconazole टेबलेट दिया जाता है इस दवाई का कोर्स अधिक समय लगभग 2 से 3 महीने का होता है|
इंट्राकोनाजोल टेबलेट की विशेषताए:-
- यह दवाई लम्बे समय से चले आ रहे फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए दी जाती है|
- सुरुवाती दौर में Intraconazole-200 और बाद में साप्ताहिक तौर पर Intraconazole-100 दी जाती है|
- इस दवाई से लगभग मरीज को जरूर राहत मिलती है|
- इस दवाई को डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेना चाहिए|
- इस दवाई से टीनिया इन्फेक्शन ठीक किया जाता है|
- इसको डॉक्टर के बिना सलाह के नहीं लेना चाहिए|
इंट्राकोनाजोल का टेबलेट दो वेरिएंट Intraconazole-100 और दूसरा Intraconazole-200 में आती है जिसको डॉक्टर के सलाह के अनुसार इस्तेमाल किया जाता है यह दवाई फ्लुकोनाजोल (fluconazole) टेबलेट से फंगल इन्फेक्शन को ठीक न होने की स्थिति में इस्तेमाल किया जात है| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
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3. क्लोट्रिमाजोल (clotrimazole) – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
यह दवाई बिलकुल नए फंगल इन्फेक्शन और दाद खाज खुजली को ठीक करने में इस्तेमाल की जाती है यह टेबलेट, क्रीम और एंटी फंगल पाउडर तीनो रूप में आता है| इसके इस्तेमाल नए फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में किया जा सकता है|
इस दवाई का कोर्स लगभग 1 सप्ताह का कोर्स होता है जिसको डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए और नए दाद, खाज खुजली और दिनय जैसे फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है|
क्लोट्रिमाजोल दवाई की विशेषताएं:-
- ये एंटी फंगल टेबलेट बिलकुल नए दाद खाज खुजली और फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में उपयोगी है|
- यह दवाई टेबलेट क्रीम और पाउडर तीनो प्रकार में आता है|
- इसका कोर्स लगभग 1 सप्ताह का होता है|
- इस टेबलेट का इस्तेमाल रात को सोते समय करना चाहिए|
- इस दवाई का इस्तेमाल डॉक्टर से सलाह लेकर करना चाहिए|
फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट में यह एंटी फंगल टेबलेट क्लोट्रिमाजोल (clotrimazole) बहुत अच्छा और फायदेमंद है इसका इस्तेमाल बिलकुल नए दाद खाज खुजली और फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में किया जाता है| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
4. ग़्रिसिओफ़ुल्विन (Griseofulvin) – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
यह फंगल इन्फेक्शन का टेबलेट दो वेरिएंट Griseofulvin 125 mg और Griseofulvin 250 mg में आता है और एक दिन में हम से कम 500 mg का डोज़ और ज्यादा से ज्यादा 1000 mg का डोज़ लिया जाता है|
शारीर के बहार हुए दाद, खाज खुजली जैसे फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए Griseofulvin टेबलेट का इस्तेमाल किया जाता है|
ग़्रिसिओफ़ुल्विन दवाई की विशेषताए:-
- बाहरी दाद, खाज खुजली जैसे फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में कारगर है|
- या दवाई दो वेरिएंट 125 mg और 250 mg में आता है|
- सुरुवाती दौर में एक दिन में 2 से 4 टेबलेट खानी पड़ सकती है|
- 1000 mg के डोज़ से ज्यादा दवाई लेने पर साइड इफ़ेक्ट देखने को मिल सकते है|
- डॉक्टर के बिना सलाह के इस दवाई का प्रयोग न करे|
फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए ग़्रिसिओफ़ुल्विन (Griseofulvin) एक अच्छा विकल्प है इसको लम्बे समय से चले आ रहे फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में इस्तेमाल किया जाता है|
5. फंगल 150mg टैबलेट – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
यह दवाई बहुत कारगर है जो फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए बनाई गयी है| जब अधिकतर एंटी फंगल दवाइयाँ काम नहीं करती तब इसको इस्तेमाल किया जाता है यह दवाई हाँथ, पैर, नाख़ून और सिर के फंगल इन्फेक्शन को भी ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है|
यह दवाई शारीर के अन्दर के कवक (फंगल) को ख़त्म करता है और इन्फेक्शन को फ़ैलने से रोकता है और ठीक करता है|
फंगल 150mg टैबलेट की विशेषताए:-
- यह दवाई हाँथ, पैर, नाख़ून और सिर के फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में कारगर है|
- यह एंटी फंगल टेबलेट शारीर के अन्दर फैले कवक (फंगल) को ख़त्म करता है|
- यह फंगल को ख़त्म करके फंगल इन्फेक्शन से राहत दिलाता है|
- इस टेबलेट का उपयोग डॉक्टर के बताये गए सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल किया जाता है|
- इस टेबलेट को भोजन के साथ लेने से ज्यादा फायदा करता है|
- इस टेबलेट के साइड इफ़ेक्ट के रूप में सिर दर्द, रेसेस इत्यादि हो सकती है|
फंगल 150mg टैबलेट बहुत कारगर दवाई है जिसको खाने के साथ लिया जाता है यह दवाई शारीर के फंगल को ख़त्म करता है और फंगल इन्फेक्शन से राहत दिलाता है| फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट में फंगल 150mg टैबलेट काफी अच्छा और कारगर दवाई है|
फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट के इस लेख में फंगल इन्फेक्शन क्रीम का नाम लिस्ट निम्न है|
- दाद 800 Tablet
- Luliford Antifungal Tablet
- Lacto calamine
- Fungicros Nail
- Zalim Lotion ( 12 वर्ष से ऊपर के लोगो के लिए )
- Itch Guard
दाद खाज खुजली की बेस्ट अंग्रेजी दवा का नाम
ऊपर बताये गए कुछ क्रीम और टेबलेट के नाम है जो दाद खाज खुजली को मिटाने में बहुत कारगर है इन दवाइयों का भी इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह को लेकर किया जा सकता है| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
फंगल इन्फेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए – फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट
कोई भी बिमारी हो या तकलीफ हो बिना खान पान में सुधार के उसका इलाज हो पाना मुस्किल है| क्योंकि फंगल इन्फेक्शन संक्रमण के कारण होता है इसलिए आपको हमेशा ऐसे खान पान से दूर रहना चाहिए जिससे यह फंगल बढ़ता हो|
फंगल इन्फेक्शन में आपको मीठा हमेशा न खाने की सलाह दी जाती है और एल्कोहल, मसालेदार खाना व तला भुना खाना भी खाने के लिए मना किया जाता है|
निम्नलिखित खाद्य पदार्थ है जिसको हमेशा फंगल इन्फेक्शन के होने पर अवॉयड करना चाहिए|
- आपको मीठा चीज़ बिलकुल कम से कम खाना चाहिए|
- पूरा दिन में चीनी का मात्रा 1 चम्मच से ज्यादा संक्रमण के लिए हानिकारक हो सकता है|
- शारीर को आतंरिक रूप से साफ़ और ठंडा रखने के लिए तेल में फ्राई चीजे नहीं खानी चाहिए|
- ज्यादा ऑइल वाली चीजें भी नहीं खानी चाहिए|
- एल्कोहल से हमेशा दूर रहना चाहिए|
- मसालेदार खाना खाने से भी पेट में गर्मी बढती है इसलिए मसालेदार खाना को खाने से बचे|
उपरोक्त कुछ सामान्य खान पान है जिसका फंगल इन्फेक्शन से संक्रमित व्यक्ति को ध्यान में रखना चाहिए| यदि कोई व्यक्ति बहुत लम्बे समय से फंगल इन्फेक्शन से संक्रमित है तो उसे एक बार खान पर, दिनचर्या में सुधार और दवाइयों का पूरा ट्रीटमेंट लेकर देखना चाहिए|
जिस व्यक्ति को फंगल इन्फेक्शन, दाद, खाज खुजली और दिनाई इत्यादि की समस्या हुई थी और वह वापस से संक्रमण को बढाने वाला खाना और शारीर को साफ़ नहीं रख रहा तो ये भी फंगल इन्फेक्शन के बार बार होने का कारण बनता है|
फंगल इंफेक्शन को जड़ से कैसे खत्म करें?
फंगल इंफेक्शन की समस्या को जड़ से ख़त्म करने के लिए हमेशा किसी अच्छे चर्म रोग विशेशग्य से दवाई लेनी चाहिए और दवाई को जब तक खाते रहना चाहिए जब तक की डॉक्टर न कहे और शारीर को पूरी तरह से साफ़ सुथरा रखना चाहिए साथ ही इसी के साथ खान पान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए|
फंगल इंफेक्शन में कौन सी क्रीम लगाएं?
बहुत से लोग मेडिकल शॉप पर जाकर फंगल इन्फेक्शन ठीक अर्ने की क्रीम लेकर लगाने लगते है जिसमे स्टेरॉयड मिला होता है यह कुछ समय के लिए फंगल इन्फेक्शन ठीक कर देता है लेकिन कुछ ही सप्ताह बाद बहुत भयानक तरीके से पुरे शारीर में फ़ैलने लगता है इसलिए आपको ह्म्नेषा चर्म रोग विशेशग्य के बताये गए क्रीम को ही लगाना चाहिए|
फंगल इन्फेक्शन टेबलेट के सभी नाम की लिस्ट
1. फ्लुकोनाजोल (fluconazole)
2. इंट्राकोनाजोल (Intraconazole)
3. क्लोट्रिमाजोल (clotrimazole)
4. ग़्रिसिओफ़ुल्विन (Griseofulvin)
5. एम्फोटेरिसिं बी (Amphotericin B)
6. इकोनाजोल (econazole)
7. माइकोनाजोल (miconazole)
8. टर्बिनाफिन (terbinafine)
9. कीटोकोनाजोल (ketoconazole)
10. एंफोटेरिसिन (amphotericin)
फंगल इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए
फंगल इन्फेक्शन होने पर मीठा, एल्कोहल, मसालेदार खाना व तला भुना खाना खाने को छोरकर पेट को आतंरिक रूप से साफ़ और ठंडा रखने वाली चीज खानी चाहिए|
फंगल इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है
नए नए फंगल इन्फेक्शन का अच्चछे चर्म रोग विशेशग्य द्वारा इलाज कराने पर 10 से 15 दिन में राहत देखने को मिलती है लेकिन पुराने फंगल इन्फेक्शन का सही से इस्लाज होने में 2 से 3 महीने तक लग जाता है|
निष्कर्ष
हमने फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट – फंगल इन्फेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए इस लेख में फंगल इन्फेक्शन के होने पर किस तरह के टेबलेट खाने चाहिए जो बहुत कारगर टेबलेट है उनका पूरा फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट में वर्णन किया है साथ ही हमने यह भी बताया है की फंगल इन्फेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
यदि आपने ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट ) के इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा है तो आपको सही से समझ में आ चूका होगा की किस तरह का दवाई और खाना फंगल इन्फेक्शन. दाद खाज खुजली और दिनाई जैसे चर्म रोग को ठीक करने में लिया जाता है| ( फंगल इन्फेक्शन टेबलेट नाम लिस्ट )
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Mere pair mein fungal infection hai pundli ke pass
यदि आपको टीनिया कोर्पोरिस फंगल इन्फेक्शन हुआ है तो आप Fluconazole, Itraconazole या Clotrimazole खुजली की टेबलेट का उपयोग कर सकते है यह दवाई लम्बे समय से चले आ रही दाद, खाज खुजली को ठीक करने की दवाइयाँ है| Terbinafine, Clotrimazole या Sertaconazole एंटी फंगल क्रीम का उपयोग भी किया जा सकता है| किसी भी दवाई को लेने से पहले नजदीकी डॉक्टर से सलाह जरूर लें|
Meri misij k face pr dad h kese thik hoga bahut dawai kha li
यदि समस्या काफी समय से है और ठीक नहीं हो रहा तो किसी अच्छे चर्म रोग विशेषग्य से इलाज करवाइए व दवाई का पूरा कोर्स कीजिये. फंगल इन्फेक्शन दवाई का जब तक पूरा कोर्स नहीं किया जाता तब तक इस समस्या का अधिक संक्रमण के साथ वापस आने का खतरा बना रहता है. फंगल इन्फेक्शन के इलाज के लिए कभी भी स्टेरॉयड युक्त क्रीम का भूल से भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.