Silicea 30 Uses In Hindi | होम्योपैथिक दवा Silicea 30CH और 200CH के लक्षण, उपयोग, खुराक, नुक्सान और सावधानियां

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सिलिसिया (Silicea) होमियोपैथी की बहुत कारगर दवाई है, सिलिसिया का Silicea 30CH और Silicea 200CH सप्ताह में एक बार या महीनों में एक बार ली जाती है।

Silicea एक धीमी गति में और गहराई तक काम करने वाली दवा है, जो मुख्य तौर पर छोटे बच्चे लेकिन अन्य कई अवस्थाओं के इलाज में भी उपयोगी होती है। यह वैक्सीनेशन के कठिन प्रभावों वाले मामलों में भी अत्यधिक मूल्यवान है।

इस लेख में हम होम्योपैथिक दवा Silicea 30CH और 200CH दोनों पोटेंसी के दवा के लक्षण, फायदे, नुक्सान और दवाई लेने का सही तरीका के बारे में बताने वाले है। आइये Silicea 30 Uses In Hindi और Silicea 200 Uses In Hindi के लेख को ध्यान से पढ़िए।

सिलिसिया 30 क्या है? (Silicea 30 in Hindi)

सिलिसिया 30 होम्योपैथिक दवाई कई तरह के शारीरिक समस्याओं के इलाज में काम आने वाली बहुत कारगर और लाभदायक दवाई है। Silicea 30 दवा सिलिकॉन डाइऑक्साइड+इथेनॉल+पानी इन तीनों के मिश्रण से बनता है।

सिलिसिया 30 होम्योपैथिक दवाई मुख्य रूप से सिलिसिया के लक्षण वाले मरीजों के उपचार में उपयोग के लिए ली जाती है।

ऐसे व्यक्ति या बच्चे जिनमे रोगी की शक्ल रुग्ण, त्वचा शुष्क, हड्डियों में कमजोरी, शारीरिक संरचना दोषपूर्ण, पाचन के कारण पोषण में कमी, त्वचा का ढीलापन, शरीर में खून या हिमोग्लोबिन की कमी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते है उनमें सिलिसिया (Silicea) होमियोपैथी की यह दवाई बहुत लाभ पहुंचाती है।

Silicea 30 को कमजोर हड्डी, अनीमिया, हाइड्रोसेफ़ेलस, ज्वाइंडिस, पस वाले घाव, अधिक पसीने आने की समस्या या अधिक ठण्ड लगने की समस्या इत्यादि में उपयोग किया जाता है। यह बहुत कारगर होती है।

Silicea 30 को Use करने वाले व्यक्ति के लक्षण (Symptoms for Silicea 30 Uses in Hindi)

Symptoms for Silicea 30 Uses in Hindi
Symptoms for Silicea 30 Uses in Hindi

जिस मरीज को सिलिसिया दवा का उपयोग करना है उनके शरीर और स्वस्थ्य में निम्नलिखित लक्षण देखने को मिलते है:

  • बच्चे का सिर बड़ा और हाथ-पैर दुबले-पतले होते हैं।
  • मरीज का चेहरा पीला और रक्तहीन-सा लगता है।
  • रोगी को बहुत ठण्ड महसूस होता है, ठण्ड बर्दास्त नहीं कर पाता।
  • हाँथ के तरहथ, पैर का तलवा और सर से पसीना आता है।
  • चमड़ी का रंग कभी-कभी पीला हो जाता है।
  • शरीर की मांस पेशियाँ ढीली और दुर्बल होती हैं।
  • शरीर से हड्डियाँ बहार दिख रही होती है।
  • घाव जल्दी नहीं भरते या घाव में से निकलने वाला पस जल्दी नहीं सूखता।
  • त्वचा सम्बंधित समस्याएं होती है।
  • बच्चा माँ का दूध नहीं पिता है, शरीर में पोषण नहीं लगता है।
  • पाचन तंत्र की समस्याएं होती है।
  • मानसिक तौर पर भी दुर्बल होता है।

उपरोक्त सभी तरह के लक्षणों में से कोई लक्षण यदि छोटे बच्चे में या किसी व्यक्ति में दीखता है तो इसका अर्थ है की वह Silicea का मरीज है और उसे डॉक्टर जांच के बाद Silicea 30 को Use करने की सलाह दे सकते है।

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सिलिसिया 30 के उपयोग | Silicea 30 Uses In Hindi

Silicea 30 होम्योपैथिक मेडिसिन सिलिसिया श्रेणी की 30 पोटेंसी की दवाई है अर्थात Silicea का 6x, 12x का गोली और 30CH, 200CH और 1M पोटेंसी में आने वाला मदर टिंक्चर मिलता है जो तरल अवस्था में होता है। 

Silicea 30 Uses In Hindi
Silicea 30 Uses In Hindi

Silicea 30, 200 और 1M यह लम्बे समय के बाद असर दिखाने वाली दवा है इसलिए इनका सप्ताह में एक बार या एक महीने में एक बार उपयोग के लिए खुराक निर्धारित किया जाता है।

Silicea 30 होम्योपैथी की बहुत कारगर और बहुत प्रभावी दवाई मानी जाती है इसलिए इस दवाई के विभिन्न प्रकार के उपयोग होते है। Silicea 30 को कई तरह के समस्याओं में use किया जाता है।

Silicea 30 के निम्नलिखित Uses है:

1. त्वचा संबंधी समस्या

यदि किसी व्यक्ति को शरीर में कही भी त्वचा सम्बंधित समस्या जैसे फोड़े फुंसी, मुँहासे, एक्जिमा, सोरायसिस इत्यादि होता है तो वह सिलिसिया होम्योपैथिक मेडिसिन के Silicea 30 को use कर सकता है।

यह दावा त्वचा में सुजन, ढीलापन, हाँथ के तरहत और पैर के तलवों से पसीना आने की समस्या इत्यादि में भी इलाज के लिए Silicea को use किया जाता है। फोड़े फुंसी, मुँहासे जैसे समस्याओं में सिलिसिया होम्योपैथिक दावा के कम पोटेंसी वाले दावा का उपयोग भी किया जाता है।

2. घाव और चर्म रोग की समस्या

यदि किसी को चोट लगने के कारन या किसी खरोच के कारन घाव बन गया और उस व्यक्ति का घाव जल्दी सुख नहीं रहा या लगातार पस बनता जा रहा है तब Silicea 30 को use किया जाता है।

यदि किसी को मुंहासे हो रखे है तो यह दवाई मुंहासे को जल्दी पकाकर ख़त्म करता है, यदि चर्म रोग के कारन शरीर में पस बन रहा हो तो भी सिलिसिया दवाई बहुत काम आती है।

3. मन की समस्या

मानसिक समस्या में Silicea 30 होम्योपैथिक दवाई काफी उपयोगी होता है, यदि किसी व्यक्ति को बहुत अधिक घबराहट होती है, कार्य या लक्ष को पूरा करने से पहले ही उस काम को करने की इक्षा ख़त्म हो जाती है या व्यक्ति हताश महसूस करता है और  व्यक्ति बहुत तनाव में रहता है, कभी कभी व्यक्ति किसी चीज के बारे में बहुत अधिक डरने लगता है तो इन सब मानसिक समस्याओं में Silicea 30, 200 और 1M उपयोगी होती है।

मन की समस्या में silicea 30 use किया जा सकता है इससे काफी लाभ मिलता है।

4. हृदय की समस्या

व्यक्ति का हृदय अचानक बहुत तेज गति से धड़कने लगता है या ह्रदय के तेज धड़कने से घबराहट होती है तब Silicea होम्योपैथिक दवाई उपयोग में दी जाती है। ह्रदय की समस्या में Silicea 30 को use करना है अथवा नहीं यह डॉक्टर जांच के बाद निर्देशित करते है।

5. मुँह की समस्या

दांतों में पायरिया, मुंह में छाले, गाल और जीभ में छाले और दांतों में ठन्डे पानी से झनझनाहट होने पर या दर्द होने पर Silicea 30 को use करने की सलाह दी जा सकती है। मुँह की समस्या में सिलिसिया होम्योपैथिक मेडिसिन को उपयोग किया जाता है।

6. दांत और मसूड़ों की समस्या

जिनके दांत निकलने में कठिनाई होती है या दांत निकलने में देरी हो रही है या फिर दांत में सडन हो चुकी है और जरा सा भी ठंडा गरम चीज दांत से सटने पर तेज का दर्द महसूस होता है ऐसे समस्या में Silicea 30 को उपयोग किया जाता है।

कुछ रोगियों को दांत में बहुत तेज दर्द होता है, चुभने जैसा दर्द होता है और दांत पूरी तरह से सड जाते है और काले पड़ जाते है तब ऐसे व्यक्ति को सिलिकिया होम्योपैथिक दवाई बहुत फायदा पहुंचता है।

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7. आँखों की समस्या

Silicea 30 आँखों की समस्या में उपयोगी होता है; जहां आंखें कमजोर होती हैं, रोगी न तो लिख सकता है और न ही पढ़ पाता है, दृष्टि धुंधली होने पर भी सिलिसिया होम्योपैथिक दवाई उपयोग में दी जाती है।

सिलिसिया होम्योपैथिक दवाई Silicea 30 को निम्नलिखित आँखों की समस्या में उपयोग किया जाता है:

  • ब्लेफेराइटिस (आंखों की सूजन): Silicea 30 आंखों की सूजन की स्थिति के लिए दिया जा सकता है।
  • स्टायस (पलकों के किनारे पर लाल कोमल गांठ): Silicea 30 आंखों में गांठ को हल कर सकता है और निगलने में बहुत कठिनाई होती है।
  • यूवेइटिस (यूविया की सूजन): यह आंखों में दर्दनाक कारणों से सूजन को दूर कर सकता है।
  • कॉर्निया के अल्सरेशन: सिलिसिया को आंखों और होठों के आसपास फोड़े, केराटाइटिस (कॉर्निया की सूजन) के लिए दिया जा सकता है।
  • फोटोफोबिया: आंखों की शिकायतों के साथ तीव्र फोटोफोबिया भी होता है। आंखें लाल हो जाती हैं, उनमें जलन होती है और तेज झुनझुनी होती है इसमें भी Silicea 30 use किया जाता है।

इसके अलावा, सिलिसिया होम्योपैथिक मेडिसिन को मोतियाबिंद जैसी पुरानी स्थितियों के लिए भी दिया जा सकता है, खासकर दाहिनी आंख में, जहां आंख में भूरे रंग का धुंधलापन होता है।

8. स्त्री की समस्या

स्त्री को हाइजीन से जुडी समस्याएं हो जैसे योनि में सिस्ट, मेट्रोरेजिया, ल्यूकोरिया, एमेनोरिया, प्रुरिटस इत्यादि तब सिलिसिया होम्योपैथिक मेडिसिन उपयोगी होती है।

महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान कई प्रकार की समस्याएं होती है जिसमे समस्या पेट से लेकर पाचन क्रिया और मानसिक स्थिति तक में प्रभाव डालती है Silicea 30 इसमें में उपयोगी होता है। सिलिसिया को महिलाओं में गर्भ खिसकने के समस्या में भी उपयोग किया जाता है।

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9. चेहरे की समस्या

जब चेहरे पर छोटे छोटे लाल रंग के दाने उग गए हो और चेहरा लाल होकर बहुत दर्द देने लगा हो तब इस समस्या में सिलिसिया होम्योपैथिक दवाई काम आती है।

10. हाथ और पैर की समस्या

हाँथ का तरहत और पैर के तलवों में पसीना आने की समस्या में Silicea 30 को use किया जाता है इसके अतिरिक्त हाँथ व पैर के हड्डियों में ऐठन और हमेशा दर्द बने रहने की स्थिति में सिलिसिया का उपयोग किया जाता है।

कटिस्नायुशूल की स्थिति जिसमे कूल्हों, टांगों और पैरों में दर्द होता है, पिंडलियों और तलवों में गंभीर ऐंठन होती है, पैर में ऐठन के कारन पूरा पैर कमजोर महसूस होने लगता है ऐसे समस्या में Silicea 30 use किया जाता है।

11. पुरुष समस्या

सिलिसिया को कई तरह के पुरुष सम्बंधित समस्या में उपयोग किया जाता है। कई तरह की पुरुष यौन समस्या जैसे प्रोस्टेटाइटिस, प्रोस्टेटोमेगाली, स्वप्नदोष, हाइड्रोसील, लिंग पर सिफिलिटिक विस्फोट में Silicea 30 use की जा सकती है।

प्रोस्टेटाइटिस एक पुरुषों की यौन ग्रंथि (प्रोस्टेट ग्रंथि) की सूजन होती है। इसके कारण मूत्रमार्ग से मवाद निकलता है। यह रोगी के जननांगों पर दाने के रूप में प्रकट हो सकता है, जो बहुत खुजलीदार, लाल और कई मामलों में दर्दनाक भी होता हैं। इन जैसे समस्याओं में कई होम्योपैथिक डॉक्टर सिलिसिया होम्योपैथिक दवा इस्तेमाल करने के लिए दे सकते है।

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12. कान की समस्या

कान का बहना (ओटोरिया), मेनियार्स रोग, छिद्रित कान के पर्दे, टिनिटस, यूस्टेशियन ट्यूब की रुकावट जैसे कान सम्बंधित समस्या में Silicea 30 को उपयोग किया जा सकता है। कान की समस्या होने पर घाव और पस मवाद इन दोनों को सिलिसिया दवाई ठीक करती है।

13. गले की समस्या

टॉन्सिलिटिस गले से जुडी बहुत प्रचलित समस्या है, टॉन्सिलिटिस को प्रभावी रूप से ठीक करने के लिए Silicea 30 को use किया जाता है। फॉलिक्युलर टॉन्सिलिटिस और क्विंसी (टॉन्सिल के क्षेत्र में फोड़ा) और इस समस्या के साथ होने वाली अन्य सभी जमास्य जैसे गले में दर्द, बहुत अधिक खासी इत्यादि में Silicea Homeopathic medicine को use किया जाता है। यह बहुत फायदा पहुंचती है।

14. पेट की समस्या

खट्टी डकारें, अपच, भूख न लगना और प्यास अधिक लगना जैसे पेट से जुड़े समस्या में Silicea 30, 200 और 1M उपयोगी है। इसके अलावा डॉक्टर सलाह दें तो पेट में कब्ज की समस्या होने पर भी Silicea 30 use किया जा सकता है।

15. छाती की समस्या

अस्थमा जो की एक स्वास नली से जुडी समस्या है इस समस्या में Silicea दवाई को उपयोग के लिए दिया जा सकता है। यह दवा सांस फूलने की स्थिति में दी जा सकती है, जहां मरीज थोड़ी सी मेहनत करने पर सांस खो देता है, चाहे वह दौड़ना हो, झुकना हो या उसके बाद खांसी हो। गहरी आहें भरने वाली सांसें चल रही हैं।

16. नाक की समस्या

यदि नाक बहुत शुष्क और बंद महसूस होती है, कोरिज़ा (नाक से स्राव) की समस्या होती है, रोगी स्वाद और गंध की क्षमता खोने लगता है तब Silicea 30 use किया जा सकता है। साइनसाइटिस, एलर्जिक राइनाइटिस, नाक के छिद्रों के अल्सर, एपिस्टेक्सिस आदि जैसे स्थितियों में Silicea 30, 200 और 1M बहुत उपयोगी होती है।

17. मूत्र संबंधी समस्या – Silicea 30 Uses In Hindi

मूत्र सम्बन्धी समस्या जैसे मूत्राशय में संक्रमण, अनैच्छिक पेशाब आता है, मूत्र में लाल या पीले तरल पदार्थ निकलता है या असमय पेशाब बह जाता है इस तरह की स्थिति में Silicea 30 को use किया जाता है।

18. पेट और मलाशय से सम्बन्धी समस्या

Silicea 30, 200 और 1M पोटेंसी की दवाई पेट और मलाशय से से जुडी समस्याओं में जैसे कब्ज, दस्त, बवासीर, पाइलोनिडल साइनस, गुदा फोड़े, फिशर और फिस्टुला के मामलों में बहुत उपयोगी होता है।

पेट और मलाशय में यदि समस्या ख़राब पाचन के है तब सिलिसिया दवाई लगभग अधिकतर पेट और मलाशय से सम्बन्धी समस्या को ठीक करने में सहायक होता है।

19. सिर से सम्बन्धी समस्या

सर से सम्बंधित आम तौर पर सर दर्द की समस्या सबसे अधिक प्रचलित है, यदि सिरदर्द गर्दन के पिछले हिस्से से उठकर शीर्ष तक चढ़ता है और अंत में दाहिनी आंख तक पहुंच जाता है और ऐसा लगता है की आंखें और मस्तिष्क बाहर धकेल दिए गए हों तो इस तरह के सिरदर्द में Silicea दवाई का उपयोग किया जाता है।

मस्तिष्क में गड़गड़ाहट और शटरिंग की अनुभूति होती है, मानसिक तनाव के कारन सर में भारीपन लगता है, मन बेचैन रहता है व नींदें नहीं आती तो Silicea 30 को use किया जा सकता है।

20. बुखार की समस्या

यदि किसी व्यक्ति या बच्चे को बुखार हो तो Silicea Homeopathic Medicine की कम पोटेंसी की गोलियां अथवा मदर टिंचर उपयोग के लिए दिया जा सकता है।

सिलिसिया 30 का खुराक | Silicea 30 Dosage in Hindi

Silicea 30 हाई पोटेंसी की दवा है और यह एक डोज लेने पर असर दिखाने में 1 सप्ताह से 1 महीने तक का वक्त ले सकती है इसलिए इसको बिना डॉक्टर के सलाह के उपयोग नहीं करना चाहिए।

Silicea 30 की खुराक:

  • Silicea 30 की खुराक रोगी की उम्र, लक्षणों की गंभीरता और स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करती है।
  • सामान्य तौर पर, 30C शक्ति की 3-5 बूंदें दिन में 3 बार जीभ के नीचे लेने की सलाह दी जाती है।
  • यह महत्वपूर्ण है कि आप Silicea 30 लेने से पहले किसी योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से सलाह लें।

सिलिसिया 30 लेते वक्त सावधानियां

सिलिसिया 30 को उपयोग करने से पहले इन सावधानियों का बरतना जरुरी है:

  • होम्योपैथिक डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
    • होम्योपैथिक डॉक्टर के द्वारा निर्धारित डोज से थोडा सा भी ज्यादा उपयोग ना करें।
  • गर्भवती महिला या शिशु को स्तनपान कराने वाली महिला को यह उपयोग नहीं करना चाहिए।
  • पहले से किसी बीमारी की दवाई चल रहा हो तो बिना डॉक्टर की सलाह के भूल से भी दावा का सेवन ना करे।

Silicea 30 कितने दिन में असर दिखाती है?

Silicea 30 हाई पोटेंसी की दवा है और यह एक डोज लेने पर असर दिखाने में 1 सप्ताह से 1 महीने तक का वक्त ले सकती है।

कब्ज के लिए Silicea 200?

पेट और मलाशय से सम्बन्धी समस्याओं में जैसे कब्ज इसके लिए Silicea 200 एक कारगर दवाई है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने होमोपेथी की बहुत प्रचलित दवाई सिलिसिया के बारे में बताया है, इस आर्टिकल में Silicea 30 Uses In Hindi से सम्बंधित हर प्रकार की जानकारी को सरल सब्दों में बताने की कोसिस की है यदि आपने यह लेख पूरा पढ़ा है तो मई आशा करता हूँ की आपको आपके जरुरत की जानकारी मिली होगी।

NOTE: हमने इस आर्टिकल में सभी जानकारी काफी रिसर्च के पश्चात लिखी है फिर भी हम इस दवाई को बिना डॉक्टर के परामर्श के लेने की सलाह नहीं देते है। इसलिए दवाई को उपचार में लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें.

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