हैडफ़ोन को अधिक से अधिक 1 घंटा तक इस्तेमाल करना ठीक है नहीं तो जवानी में और बुढ़ापे में बहरेपन की शिकायत बहुत जल्द देखने को मिलता है|
हैडफ़ोन की ध्वनि हमारे कानो तक पहुंचाने के लिए एलेक्ट्रोमेग्नाटिक वेव का इस्तेमाल करती है| एलेक्ट्रोमेग्नाटिक वेव दिमाग के लिए तो क्या जानवरो के लिए भी हानिकारक होती है|
हैडफ़ोन या ईरफ़ोन को ज्यादा देर तक कानो पर लगाने से हमारे दिमाग पर बहुत गहरा असर पड़ता है इससे हमे सर दर्द होने लगता है , मन अशांत होने लगता है और चक्कर इत्यादि भी आने लगते हैं|
आपने गौर किया होगा जब आप कोई ईरफ़ोन का इस्तेमाल करते है खास तौर पर हार्ड प्लास्टिक ईरफ़ोन तब ऐसे ईरफ़ोन के इस्तेमाल से आपको कानो में दर्द और खुजली जैसा कुछ देकने को मिलता है|
ज्यादा देर तक लगातार ऐसे ईरफ़ोन को अपने कानो के अंदर लगाकर इस्तेमाल करने से कानो का संक्रमण देखने को मिलता है जिससे कानो में दर्द और खुजली जैसे परेशानिया देखने को मिलती है|
हैडफ़ोन इनको कानो पर लगाकर बहुत लम्बे समय तक कोई संगीत या ध्वनि सुनने से कानो पर ही नहीं बल्कि दिल पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है|
दिल पर बुरा असर पड़ने के साथ साथ बूढ़ा होने पर कैंसर जैसे
भयानक बीमारी का होने का भी बहुत खतरा रहता है इसलिए डॉक्टर और वैज्ञानिको के अनुसार हमें सलाह दी जाती है की 60 प्रतिशत से अधिक वॉल्यूम पर कुछ भी चीज न सुने|
आपने काफी जरूर गौर किये होने जब आप हैडफ़ोन या ईरफ़ोन को बहुत देर से कानो पर लगाकर इस्तेमाल कर रहे होते है तो आपके कानो में जो गंदगी रहती है वह गिला – गिला सा हो जाता है|
ये जो गिला गन्दगी कानो में जब जाता है इसको जब तक आप खुद से निकल न ले ये कानो से नहीं निकलते और कानो में धीरे धीरे गन्दगी जमा होने लगती है|