अरारोट एक प्रकार का आटा या पाउडर है, जिसे पौधे मारंटा अरुंडिनेशिया से प्राप्त किया जाता है। इसका उपयोग स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन बनाने में होता है। अरारोट पाचन में सहायक होता है। यह ग्लूटेन से मुक्त होता है, जिससे इसे ग्लूटेन असहिष्णुता वाले लोग भी उपयोग कर सकते हैं।
अरारोट त्वचा और बालों के लिए भी लाभकारी होता है क्योंकि अरारोट में मौजूद पोषक तत्व त्वचा और बालों की देखभाल में सहायक होते हैं। अरारोट से कई व्यंजन जैसे हलवा, पकोड़े, और बिस्किट बनते हैं। अरारोट में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते है।
अरारोट को ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर किया जाता है ताकि इसकी गुणवत्ता बनी रहे यह ख़राब ना हो जाये। इसको कई प्रकार के खाद्य पकवान और व्यंजन बनाने में उपयोग किया जाता है लेकिन इसके अधिक सेवन से गंभीर शारीरिक समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। चलिए जानते है अरारोट क्या होता है, अरारोट पाउडर के फायदे एवं उपयोग के बारे में विस्तार से।
अरारोट क्या होता है
अरारोट को हिंदी में अरारोट और अंग्रेजी में एरोरूट कहा जाता है। प्राचीन काल में कैरेबियन द्वीप में इसका उपयोग जहरीले तीर के घावों के इलाज में किया जाता था, जिससे इसे एरोरूट नाम मिला। अरारोट एक प्रकार का स्टार्च है, जो इसके पौधे की जड़ों से प्राप्त होता है।
यह एक औषधीय पौधा है, और इसके आटे से कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। अरारोट स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है और इसका उपयोग और फायदे जानना जरूरी है, जैसे कि इसके पोषक तत्व, उपयोग, नुकसान, और इससे बनने वाले पकवान।
अरारोट के फायदे और नुकसान
अरारोट के फायदे:
- पाचन में सुधार: अरारोट पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज से राहत दिलाने में सहायक है, क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है। फाइबर विशेष रूप से पाचन संबधी समस्याओं के लिए अधिक फायदेमंद होता है।
- वजन कम करने में सहायक: इसमें कैलोरी कम होती है, जो वजन घटाने के लिए इसे उपयुक्त बनाता है। अर्थात् इसके सेवन से आपका शरीर में वजन नहीं बढ़ता।
- त्वचा की देखभाल: अरारोट में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा पर जलन, खुजली या रैशेज को कम करने में मदद करते हैं।
- पोषक तत्वों का स्रोत: इसमें विटामिन बी, आयरन, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
अरारोट के नुकसान:
- ब्लड शुगर लेवल: उच्च मात्रा में सेवन करने से इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं, जिससे मधुमेह रोगियों को समस्या हो सकती है।
- एलर्जी का खतरा: कुछ लोगों में अरारोट से एलर्जी हो सकती है, जैसे त्वचा पर खुजली, सूजन या जलन।
- अधिक सेवन से पेट की समस्याएं: अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में दर्द, गैस या सूजन की समस्या हो सकती है।
- पोषक तत्वों की कमी: केवल अरारोट पर आधारित आहार से शरीर को पर्याप्त प्रोटीन और वसा नहीं मिल पाती, जो संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
अरारोट का संतुलित मात्रा में सेवन करना लाभकारी है, लेकिन किसी भी विशेष स्थिति में उपयोग से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना बेहतर होता है।
अरारोट पाउडर क्या होता है
वर्तमान समय में रसोई में स्टार्च पाउडर का उपयोग काफी बढ़ गया है, जो विभिन्न फसलों जैसे मक्का, गेहूँ, आलू और अरारोट से बनाया जाता है। अरारोट के पौधे की जड़ में प्रचुर मात्रा में स्टार्च पाया जाता है। बाजार में अक्सर आलू, चावल और साबूदाने के आटे को अरारोट के नाम से बेचा जाता है, जिससे सावधान रहना जरूरी है।
अरारोट पाउडर देखने में स्टार्च पाउडर जैसा लगता है, लेकिन दोनों में अंतर है। अरारोट के आटे में कई पोषक तत्व होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनाते हैं।
अरारोट के पौधे की जड़ को जमीन से निकालने के बाद अच्छी तरह से छील लिया जाता है ताकि बाहरी भाग निकल जाए। फिर जड़ को पीसा जाता है और पिसने से निकले रस को साफ करके सुखाया जाता है, जिससे अरारोट का आटा (Arrowroot powder) तैयार होता है।
अरारोट का आटा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसका उपयोग कई तरह की मिठाइयाँ, स्वादिष्ट पकवान और दवाओं में किया जाता है। आगे हम अरारोट के फायदे, उपयोग और इससे बनने वाले पकवान के बारे में भी जानेंगे।
अरारोट पाउडर के फायदे और नुकसान
अरारोट पाउडर के फायदे:
- पाचन में सुधार: अरारोट पाउडर में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जिससे यह पाचन में सहायक होता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
- वजन नियंत्रण: इसमें बहुत कम कैलोरी होती है, कम कैलोरी अर्थात शरीर में कम ऊर्जा और कम वजन बढ़ना। लो कैलोरी वाले पाकसान या खाद्य पदार्थ ग्रहण करने से शरीर में मसल्स या बॉडी का विकास नहीं होता। इसे भोजन में शामिल करने से भूख नियंत्रित रहती है।
- त्वचा की देखभाल: अरारोट में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फंगल इन्फेक्शन से त्वचा और शरीर को बचाने की कोसिस करते है जो त्वचा पर जलन, खुजली या अन्य रैशेज से राहत दिलाते हैं।
- शरीर में ऊर्जा: इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, और आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो ऊर्जा बढ़ाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
- पोषक तत्व: प्रति 100 ग्राम अरारोट पाउडर में लगभग 84.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.2 ग्राम फैट, 0.3 ग्राम प्रोटीन, और 10-12 कैलोरी होती है। इसमें विटामिन बी, कैल्शियम और पोटैशियम भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।
अरारोट पाउडर के नुकसान:
- ब्लड शुगर पर प्रभाव: अधिक मात्रा में सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे मधुमेह के रोगियों के लिए समस्या हो सकती है।
- एलर्जी का खतरा: कुछ लोगों में अरारोट से एलर्जी हो सकती है, जैसे त्वचा पर जलन, खुजली, या सूजन की समस्या।
- अत्यधिक सेवन से पेट की समस्याएं: अधिक मात्रा में लेने से गैस, पेट दर्द या सूजन हो सकती है, क्योंकि यह अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है।
- पोषक तत्वों की कमी: अरारोट में प्रोटीन और वसा की कमी होती है, जिससे केवल इस पर आधारित आहार लेना संतुलित नहीं होता।
अरारोट पाउडर का संतुलित मात्रा में सेवन करने से इसके लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं, लेकिन विशेष स्वास्थ्य स्थितियों में डॉक्टर से परामर्श लेना उचित रहता है।
अरारोट/ अरारोट पाउडर में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrition Value in Arrowroot Powder in Hindi
अरारोट में विभिन्न औषधीय गुण होते हैं, जिसके कारण इसे आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी माना गया है। अरारोट पाउडर में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इन तत्वों के कारण यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत बनता है, पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है, हृदय और हड्डियों को मजबूत करता है, और रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है।
इसके औषधीय गुणों से सिर दर्द, खुजली, दस्त, बवासीर, मूत्र रोग जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है।
Nutrient | Amount |
Calories | 357 |
Protein | 0.3 g |
Fat | 0.1 g |
Carbohydrate | 88.2 g |
Fiber | 3.4 g |
Calcium | 40 milligrams (mg) |
Magnesium | 3 mg |
अरारोट पाउडर में पाए जाने वाले पोषक तत्व और उनके स्वास्थ्य लाभ:
- कार्बोहाइड्रेट: प्रति 100 ग्राम में लगभग 84.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं। यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
- फाइबर: अरारोट में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र के लिए लाभकारी है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है।
- पोटैशियम: पोटैशियम हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है।
- आयरन: आयरन से रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, जिससे एनीमिया की संभावना कम होती है।
- कैल्शियम और मैग्नीशियम: ये तत्व हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं और मांसपेशियों के विकास में सहायक होते हैं।
अरारोट पाउडर से क्या-क्या बनता है
यह पूरी तरह सुध साकाहार होता है इसलिए अरारोट पाउडर का इस्तेमाल बहुत से प्रकार के प्रशाद, स्वादिस्ट पकवान और मिठाइयो को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
अरारोट पाउडर से कई तरह के व्यंजन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे:
- बर्फी बनाने में
- मिठाई बनाने में
- खाने की ग्रेवी को गाढ़ा बनाए में
- गुलाब जामुन बनाने में
- छैना बनाने में
- सॉस को गाढ़ा करने के लिए
- और इसको टिक्की जैसे चीजो को तेल में फ़्राय करने इत्यादि चीजो को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है
अरारोट पाउडर का इस्तेमाल निम्नलिखित पकवान सामग्री बनाने में उपयोह किया जाता है।
- जैसा की हमने ऊपर भी बताया है की अरारोट के पाउडर से कई तरह के व्यंजन बना सकते है और बहुत सरे व्यंजन को बनाने में अरारोट का इस्तेमाल किया जाता है। अरारोट से बर्फी, गुलाब जामुन, आइसक्रीम जैसे मिठाइयाँ बनाई जाती है।
- अरारोट को आलू की टिक्की, फ्रेंच फ्रयिस और पकोड़े को क्रिस्पी और कुरकुरे बनाने के लिए भी अरारोट आटे का (Arrowroot Powder) का इस्तेमाल किया जाता है।
- अरारोट को गीली या रस वाली सब्जियों के ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, अरारोट का इस्तेमाल टमाटर अथवा मोमोस की चटनियो को गाढ़ा बनाने के लिए भी किया जाता है।
- अरारोट आटा (Arrowroot Powder) का इस्तेमाल बाजार के बोतलों में मिलने वाले केसर मिल्क, मिल्क शेक, या आइसक्रीम जैसे चीजो को बनाने के लिए भी काफी इस्तेमाल किया जाता है।
- क्योंकि असली अरारोट आटा (Arrowroot Powder) में बहुत से तरह के पोषक तत्व पाए जाते है इसलिए इसको बेबी फ़ूड और जेली जैसे चीजो को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
1. डूडली अरारोट बर्फी
सामग्री
- 1/2 कप अरारोट पाउडर
- 1/2 कप सफेद चीनी
- 1/2 कप पानी
- 1-1/2 कप दूध (वैकल्पिक: नारियल का दूध)
सजावट के लिए
- 10-12 काजू
- थोड़े से केसर के रेशे
अन्य आवश्यक चीजें
- 7 या 8 इंच का गोल प्लेट या बेकिंग डिश (ऊँचे किनारों वाला)
- घी (चुपड़ने के लिए)
निर्देश
- एक बर्तन में अरारोट पाउडर और 1/2 कप पानी मिलाकर 15-20 मिनट के लिए रख दें। फिर इसमें दूध और चीनी मिलाएं और चीनी घुलने तक हिलाएं।
- एक 7 या 8 इंच की गोल प्लेट को घी से चिकना कर लें।
- मिश्रण को धीमी आँच पर एक कढ़ाई में डालें और लगातार चलाते रहें ताकि गांठ न बने।
- जब मिश्रण गाढ़ा होकर हल्का पारदर्शी हो जाए, तो इसे तैयार प्लेट में डालें, ऊपर से केसर और काजू डालें।
- प्लेट को ठंडा होने दें, फिर इसे 6-8 घंटे के लिए फ्रिज में रखें।
- ठंडा होने पर टुकड़ों में काटें और ठंडा परोसें।
2. अरारोट बिस्किट
सामग्री
- 1/2 कप अरारोट पाउडर
- 1 कप गेहूं का आटा
- 1/2 छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर
- 1/4 छोटा चम्मच नमक
- 1/4 कप मुलायम मक्खन
- 1/3 कप पिसी हुई चीनी
- 1 छोटा चम्मच वैनिला एसेंस
- 1/3 कप दूध
निर्देश
- एक बाउल में आटे, बेकिंग पाउडर, और नमक को छानकर एक तरफ रखें। नरम मक्खन और पिसी चीनी को एकसाथ फेंटें जब तक कि मिश्रण क्रीमी न हो जाए।
- इसमें वैनिला एसेंस मिलाएं। इस मिश्रण को सूखी सामग्री में डालें और अच्छी तरह मिलाकर ब्रेड क्रम्ब्स जैसा बना लें। दूध डालें और मुलायम आटा बनाएं। इस आटे को 35 मिनट के लिए फ्रिज में रखें।
- आटे को फ्रिज से निकालें और बेल लें। ओवन को 180°C पर प्रीहीट करें। एक ट्रे में पार्चमेंट पेपर लगाएं।
- कुकी कटर से 2 इंच के गोल आकार में काटें और फोर्क से छोटे छेद बनाएं।
- इन कुकीज़ को पार्चमेंट पेपर लगी ट्रे में रखें।
- प्रीहीटेड ओवन में 15-17 मिनट तक बेक करें। कुकीज़ ठंडी होने पर क्रिस्प हो जाती हैं।
अरारोट के आटे से क्या-क्या बनता है? वैसे तो मैंने ऊपर काफी सरे चीजो के बारे में आपको बता दिया की अरारोट के आटे से क्या-क्या चीजे बनाई जाती है लेकिन यह तो कुछ ही चीजो के नाम में बता पाया हु क्यूंकि अगर सभी के बारे में बताने लग जाऊंगा तो यह आर्टिकल काफी लम्बा हो जायेगा।
अरारोट और कॉर्न फ्लोर में अंतर
अरारोट और कॉर्न फ्लोर में अंतर: अरारोट और कॉर्न फ्लोर देखने में लगभग समान ही दिखाई पड़ते हैं लेकिन यह दोनों एक दूसरे से भिन्न होते हैं। कॉर्न फ्लोर का उपयोग भी अरारोट के समान विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए या विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने के लिए उपयोग किया जाता है लेकिन इन दोनों में कुछ मुख्य विशेषताएं होती हैं जिसको आप निम्नलिखित टेबल के द्वारा समझ सकते हैं।
विषय | अरारोट पाउडर | कॉर्नफ्लोर |
स्रोत | अरारोट पौधे की जड़ से प्राप्त होता है | मकई के बीज से प्राप्त होता है |
बनावट | बारीक, मुलायम और चिकना | बारीक लेकिन अरारोट से थोड़ा भारी |
रंग | सफेद और पाउडरी | सफेद, थोड़ा हल्का पीला दिख सकता है |
पकाने के गुण | कम तापमान पर गाढ़ा होता है, चमकदार बनावट | अधिक तापमान पर गाढ़ा होता है, मैट बनावट |
उपयोग | सूप, सॉस और ग्लूटेन-फ्री रेसिपी में उपयोगी | ग्रेवी, सॉस और गाढ़ा करने के लिए सामान्य |
FaQ
अरारोट किससे बनता है
अरारोट एक स्टार्च है, जो मुख्य रूप से अरारोट पौधे की जड़ों से बनाया जाता है। इसे अन्य पौधों से भी निकाला जा सकता है, लेकिन इसका प्रमुख स्रोत अरारोट की जड़ें होती हैं।
अरारोट किस काम आता है
अरारोट का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में गाढ़ा करने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है, जैसे कि सूप, सॉस, और डेसर्ट। इसे हल्का और चिकना बनावट देने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
अरारोट व्रत में खा सकते हैं या नहीं
हां, अरारोट व्रत में खाया जा सकता है, क्योंकि यह अनाज नहीं है और उपवास के नियमों के अंतर्गत आता है।
दूध में अरारोट मिलाने से क्या होता है
दूध में अरारोट के आटा को मिलाने से दूध गाढ़ा हो जाता है। अरारोट का इस्तेमाल अधिकतर ग्रेवी वाले व्यंजन को गाढ़ा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
सही अरारोट की पहचान कैसे करें
अरारोट ठोस होना चाहिए और उसमें कोई दाग या दोष नहीं होना चाहिए.
अरारोट पाउडर का रंग गेहूं के आटे जैसा होता है.
अरारोट पाउडर के स्टार्च कणिकाएं अंडाकार, गोलाकार, या अनियमित गोलाकार होती हैं.
अरारोट पाउडर गंधहीन होता है और इसका स्वाद तटस्थ होता है.
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने अरारोट क्या होता है, अरारोट पाउडर के फायदे एवं उपयोग, अरारोट बर्फी और बिस्किट की रेसिपी इत्यादि के विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की आशा है इस आर्टिकल को पढ़ कर आप अरारोट के विषय में अक्सर गूगल पर पूछे जाने वाले सवालों के उत्तर जान पाए होंगे आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।
और पढ़ें