कॉर्न फ्लोर किसे कहते हैं, कॉर्न फ्लोर से क्या-क्या बनता है, अरारोट और कॉर्न फ्लोर में अंतर

क्या आप Corn Flour के बारे में जानकारी चाहते हैं? अगर आप “Corn Flour Kya Hota Hai,” “Corn Flour in Hindi,” और कॉर्न फ्लोर के उपयोग, फायदे और नुकसान जैसे सवालों का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो इस लेख को ध्यान से पढ़ें। यहां आपको आसान शब्दों में विस्तृत जानकारी मिलेगी।

अगर आपको खाना बनाना पसंद है या आप खुद विभिन्न प्रकार के पकवान तैयार करते हैं, तो कॉर्न फ्लोर के उपयोग, फायदे और नुकसान के बारे में जानना आपके लिए जरूरी है।

पिछले कुछ सालों से कॉर्न फ्लोर भारतीय रसोई में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, क्योंकि इसके उपयोग बहुत अधिक हैं। इस आर्टिकल में आप जानेंगे “Corn Flour in Hindi,” “Corn Flour Kya Hota Hai,” कॉर्न फ्लोर घर पर कैसे बनाएं, इसके फायदे, नुकसान और उपयोग।

कॉर्न फ्लोर किसे कहते हैं

कॉर्न फ्लोर (कॉर्न स्टार्च) मक्के के दाने के केवल एंडोस्पर्म से बनाया जाता है, जिससे इसे स्टार्च पाउडर भी कहते हैं। जब मक्के के पूरे दाने को पीसकर आटा बनाते हैं, तो उसे मक्के का आटा कहते हैं। लेकिन अगर मक्के के दाने का बाहरी और निचला भाग हटाकर केवल एंडोस्पर्म से आटा बनाया जाए, तो उसे कॉर्न फ्लोर या कॉर्न स्टार्च कहते हैं। इस तरह, मक्के का आटा और कॉर्न फ्लोर अलग-अलग बनावट और उपयोग वाले उत्पाद होते हैं।

कॉर्न फ्लोर को हिंदी में क्या कहते हैं | कॉर्न फ्लोर को हिंदी में क्या बोलते हैं

कॉर्न फ्लोर का हिंदी में अर्थ “मक्के का आटा” है, लेकिन इसे कई बार “कॉर्न स्टार्च” भी कहा जाता है। इसका उपयोग तली हुई चीजों को करारा (क्रिस्पी) बनाने के लिए किया जाता है, जैसे आलू टिक्की या फ्रेंच फ्राइज।

हालांकि यह मक्के के आटे से अलग होता है। कॉर्न फ्लोर मक्के के स्टार्च से बनता है, जबकि मक्के का आटा मक्के के दानों से सीधे पीसकर तैयार किया जाता है। दोनों का उपयोग और बनावट भी भिन्न होती है।

कॉर्न फ्लोर कैसे बनता है

कॉर्न फ्लोर (कॉर्न स्टार्च) मक्के के दाने के केवल एंडोस्पर्म से बनाया जाता है, जिससे इसे स्टार्च पाउडर भी कहते हैं। बाजार में मिलने वाला कॉर्न फ्लोर मशीनों से बनाया जाता है और आसानी से किराने की दुकानों पर मिल जाता है, लेकिन इसमें मिलावट का खतरा हो सकता है। ऐसे में इसे घर पर बनाना सुरक्षित है।

अगर आपको लग रहा है कि घर पर कॉर्न फ्लोर बनाना मुश्किल है, तो जान लें कि इसे बनाना आसान है। कॉर्न फ्लोर बनाने के लिए मक्के से स्टार्च निकाला जाता है, जिसे फिर अच्छी तरह से सुखाया और पाउडर में बदला जाता है।

मशीन में जो कॉर्न फ्लोर बनता है उसका सामान्य प्रक्रिया ये होता है की 

  • सबसे पहले मक्के के दाने को अछे से धोया जाता है
  • मक्के के दाने को सुखाया जाता है
  • मशीन में ही मक्के के दाने को लगभग आधे घटे के लिए पानी में डालकर रक्खा जाता है
  • दाने के गिला हो जाने के बाद उसे मशीन में हल्का पिशा जाता है और बहरी छिलके को बहार निकाला जाता है
  • चिल्का निकलने के बाद बच्चे हुए दाने को अछे से पीसा जाता है और मशीन में ही साफ़ सफाई की जाती है, इस बीच केमिकल का भी इस्तेमाल होता है
  • साफ़ सफाई करने के बाद पाउडर को सुखाया जाता है और पैकिंग कर दी जाती है

घर पर कॉर्न फ्लोर कैसे बनाये | How to make corn flour at home in Hindi

  1. सबसे पहले मक्के के दाने को अछे से साफ़ कर ले
  2. मक्के के दाने को 48 घंटे के लिए पानी में फूलने के लिए छोर दे
  3. 24 घंटे में एक बार पानी बदल दीजिये
  4. दो दिन बाद मक्के के दाने को साफ़ पानी से दो दीजिये
  5. गिले मक्के के दाने को मिक्सर के जार में दाल दीजिये
  6. हल्का पानी देकर दाने को पीस लीजिये
  7. छाननी से पीसे हुए दाने को छान लीजिये
  8. दो से तीन बार कुछ घंटो की अन्तराल में गिले स्टार्च से गन्दा पानी को हटाते जाइये
  9. साफ़ स्टार्च को सुखा लीजिये और अपने घर पर कॉर्न फ्लोर को किसी सूखे जार में बंद करके रख लीजिये

कॉर्न फ्लोर से क्या-क्या बनता है

कॉर्न फ्लोर से बनाए जाने वाले विभिन्न प्रकार की सामग्री की जानकारी निम्नलिखित है:

1. कॉर्न फ्लोर पकोड़ा रेसिपी

सामग्री:

  • 1 गिलास मक्के का आटा
  • 1 गिलास बेसन का आटा
  • चुटकी खाना पकाने का सोडा
  • 3 प्याज
  • 2 हरी मिर्च
  • 1 बड़ा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • चुटकी हल्दी
  • स्वाद के लिए नमक
  • आवश्यकता अनुसार पानी
  • आवश्यकता अनुसार तलने के लिए तेल
  • 1 बड़ा चम्मच धनिया पाउडर
  • 1/2 बड़ा चम्मच अजवाइन पाउडर

बनाने की विधि:

  1. सबसे पहले प्याज़ और हरी मिर्च काट लें। प्याज और हरी मिर्च दोनों को ही लंबा-लंबा काटे अगर चकोर काटना चाहते हैं तो वह भी काट सकते हैं बहुत बारीक नहीं होनी चाहिए।
  2. कॉर्नफ्लोर, बेसन, खाना पकाने का सोडा, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, अजवाइन पाउडर, नमक लें।
  3. अब कॉर्न फ्लोर के मिश्रण में प्याज़ और हरी मिर्च डालकर पानी मिला लें।
  4. एक पैन लें और उसे गर्म करें, जब पैन गर्म हो जाए तो उसमें तेल डालें और तेल को गर्म होने दे, जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें पकौड़े तल लें।
  5. तले गए पकोड़े को किसी सूखे बर्तन या टिशू पेपर के ऊपर निकल जिससे बाकी का तेल सुख लिया जाए और इसे किसी भी प्रकार के हरी चटनी या टोमेटो सॉस के साथ सर्व करें।


2. कॉर्न फ्लोरबिस्कुट रेसिपी

सामग्री:

  • 1 कप मक्खन (नरम)
  • 1/2 कप पिसी चीनी
  • 1 कप कॉर्न फ्लोर
  • 1 कप मैदा
  • 1/2 छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर
  • 1/4 छोटा चम्मच नमक
  • 1/2 छोटा चम्मच वैनिला एसेंस

बनाने की विधि:

  1. सबसे पहले ओवन को 180°C के तापमान पर पर प्रीहीट करने के लिए ऑन करे और उसे प्रीहीट करें।
  2. एक मिक्सिंग बाउल में मक्खन और पिसी चीनी को मिलाकर हल्का और फूला हुआ होने तक फेंटें।
  3. अब इसमें वैनिला एसेंस डालें और अच्छे से मिलाएं, वैनिला एसेंस को अच्छे से मिलाए ताकि उसका स्वाद पूरे मिश्रम में सही मात्रा में मिल जाए।
  4. दूसरी बाउल में मैदा, कॉर्न फ्लोर, बेकिंग पाउडर, और नमक को छान लें।
  5. धीरे-धीरे सूखे मिश्रण को मक्खन के मिश्रण में मिलाते जाएं और एक नरम आटा बना लें।
  6. आटे की छोटी-छोटी लोइयाँ बनाएं और उन्हें बेकिंग ट्रे पर रखें।
  7. बिस्कुटों को 10-12 मिनट तक या हल्के सुनहरे होने तक बेक करें।
  8. बेकिंग ट्रे से निकालकर ठंडा होने दें, और ठंडा होने के बाद इसे दूध, चाय या कॉफी के साथ खा सकते है।


3. कॉर्न फ्लोर फ्रेंच फ्राइज रेसिपी

सामग्री:

  • 3-4 बड़े आलू (छीलकर लंबे टुकड़ों में काटे हुए)
  • 1/4 कप कॉर्न फ्लोर
  • 1/4 कप मैदा
  • 1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1/2 छोटा चम्मच चाट मसाला
  • नमक स्वादानुसार
  • तेल (तलने के लिए)
  • बारीक कटी हुई हरी मिर्च (वैकल्पिक)

बनाने की विधि:

  1. कटी हुई आलू के टुकड़ों को ठंडे पानी में 10-15 मिनट के लिए भिगो दें। फिर उन्हें निकालकर कपड़े से अच्छी तरह सुखा लें जिससे उसके ऊपर यदि कॉर्न फ्लोर का पेस्ट लगाएं तो फ्राई करते समय पेस्ट आलू पे से उतर ना जाए।
  2. एक बाउल में कॉर्न फ्लोर, मैदा, लाल मिर्च पाउडर, चाट मसाला और नमक को मिलाएं, यह मिश्रण आलू के कटे हुए पीस पर लगाया जाएगा।
  3. आलू के टुकड़ों को इस मिश्रण में डालकर अच्छी तरह से कोट करें ताकि सभी टुकड़ों पर मसाला अच्छे से चढ़ जाए।
  4. कढ़ाई में तेल गरम करें और मसालेदार आलू के टुकड़ों को सुनहरे और क्रिस्पी होने तक तलें।
  5. तले हुए फ्रेंच फ्राइज को किचन पेपर पर निकालकर अतिरिक्त तेल को सोख लें।
  6. फ्रेंच फ्राइज पर हरी मिर्च और चाट मसाला छिड़कें (वैकल्पिक)।

4. कॉर्न फ्लोर बर्फी रेसिपी

सामग्री:

  • 1 कप कॉर्न फ्लोर
  • 1 कप मिल्क पाउडर
  • 1/2 कप घी
  • 1 कप चीनी
  • 1 कप पानी
  • 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
  • ड्राई फ्रूट्स (बारीक कटे हुए)

बनाने की विधि:

  1. एक कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें कॉर्न फ्लोर डालकर मध्यम आंच पर हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
  2. इसमें मिल्क पाउडर डालें और अच्छे से मिलाएं, फिर कुछ और मिनटों तक भूनें।
  3. एक अलग बर्तन में पानी और चीनी को मिलाकर उबालें, जब तक कि एक तार की चाशनी बन जाए।
  4. चाशनी को भुने हुए कॉर्न फ्लोर और मिल्क पाउडर के मिश्रण में डालें और तेज आंच पर लगातार हिलाते रहें, जब तक कि मिश्रण कढ़ाई से अलग होने लगे।
  5. इसमें इलायची पाउडर और बारीक कटे हुए ड्राई फ्रूट्स डालकर अच्छे से मिलाएं।
  6. मिश्रण को घी लगी थाली या ट्रे में डालें और समान रूप से फैलाएं।
  7. इसे ठंडा होने दें और फिर मनचाहे आकार में काटें।

5. कॉर्न फ्लोर मंचूरियन रेसिपी

सामग्री:

  • 1 कप कॉर्न फ्लोर
  • 2 बड़े चम्मच मैदा
  • 1 कप बारीक कटी हुई सब्जियाँ (गाजर, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च)
  • 2-3 हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
  • 1 बड़ा चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट
  • नमक स्वादानुसार
  • काली मिर्च पाउडर स्वादानुसार
  • 2 कप पानी
  • तेल (तलने के लिए)

सॉस के लिए:

  • 2 बड़े चम्मच तेल
  • 1 बड़ा प्याज (बारीक कटा हुआ)
  • 1 शिमला मिर्च (बारीक कटी हुई)
  • 1 बड़ा चम्मच सोया सॉस
  • 1 बड़ा चम्मच टमाटर सॉस
  • 1 बड़ा चम्मच हरी मिर्च सॉस
  • 1 चम्मच सिरका
  • 1 बड़ा चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट
  • 1/2 कप पानी
  • 1 बड़ा चम्मच कॉर्न फ्लोर (पानी में घोलकर)

बनाने की विधि:

  1. एक बड़े बर्तन में कॉर्न फ्लोर, मैदा, बारीक कटी हुई सब्जियाँ, हरी मिर्च, अदरक-लहसुन का पेस्ट, नमक, और काली मिर्च पाउडर मिलाएं। इसमें धीरे-धीरे पानी डालकर घोल तैयार करें।
  2. कढ़ाई में तेल गरम करें। घोल से छोटे-छोटे गोल आकार के मंचूरियन बॉल्स बनाएं और गरम तेल में सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें। फिर इन्हें निकालकर किचन पेपर पर रखें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।
  3. सॉस बनाने के लिए, एक पैन में तेल गरम करें। उसमें बारीक कटा प्याज और शिमला मिर्च डालकर सुनहरा होने तक भूनें। फिर अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर कुछ देर और भूनें।
  4. अब इसमें सोया सॉस, टमाटर सॉस, हरी मिर्च सॉस और सिरका डालें और अच्छे से मिलाएं।
  5. 1/2 कप पानी डालें और उबाल आने दें। कॉर्न फ्लोर का घोल डालकर सॉस को गाढ़ा होने तक पकाएं।
  6. तले हुए मंचूरियन बॉल्स को सॉस में डालें और अच्छी तरह से मिलाएं ताकि सॉस सभी बॉल्स पर चढ़ जाए।
  7. गरमा-गरम मंचूरियन को हरे प्याज से सजाकर परोसें।

मंचूरियन में कॉर्न फ्लोर केवल और केवल ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कॉर्न फ्लोर मिलाने से मंचूरियन की ग्रेवी गढ़ेदार और रसदार बनता है।

अरारोट और कॉर्न फ्लोर में अंतर

अरारोट और कॉर्न फ्लोर दोनों ही स्टार्च पाउडर हैं, लेकिन इनके स्रोत, गुण, और उपयोग में अंतर है। यहाँ दोनों के बीच पांच मुख्य अंतर दिए गए हैं:

  1. स्रोत: अरारोट को मारंता अरुंडिनेशिया नामक पौधे की जड़ से प्राप्त किया जाता है और कॉर्न फ्लोर मक्के के दानों से निकाला जाता है।
  2. गुणवत्ता और बनावट: अरारोट का पाउडर हल्का और मुलायम होता है, जबकि कॉर्न फ्लोर थोड़ा भारी और गाढ़ा होता है।
  3. पोषक तत्व: अरारोट में फाइबर, विटामिन बी और अन्य खनिज पाए जाते हैं, जबकि कॉर्न फ्लोर में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट होते हैं।
  4. पाचन में सहायक: अरारोट आसानी से पच जाता है और पाचन में मददगार माना जाता है और कॉर्न फ्लोर में फाइबर की कमी होती है, इसलिए यह पाचन के लिए अरारोट जितना लाभदायक नहीं होता।
  5. रसोई में उपयोग: अरारोट का उपयोग सूप, सॉस, और अन्य व्यंजनों को गाढ़ा करने में किया जाता है, खासकर जब पारदर्शिता की जरूरत हो। कॉर्न फ्लोर अधिकतर गाढ़ापन लाने और तलने वाले पदार्थों में क्रिस्पी टेक्सचर लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

अरारोट और कॉर्न फ्लोर में संक्षिप्त अंतर:

  • अरारोट हल्का और मुलायम, जबकि कॉर्न फ्लोर भारी होता है।
  • अरारोट में पोषक तत्व ज्यादा, कॉर्न फ्लोर में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा।
  • अरारोट पाचन के लिए बेहतर।
  • रसोई में अरारोट पारदर्शी गाढ़ापन देता है, जबकि कॉर्न फ्लोर अधिक क्रिस्पी टेक्सचर देता है।

इसे भी पढ़ें: अरारोट क्या होता है, अरारोट पाउडर के फायदे एवं उपयोग, अरारोट बर्फी और बिस्किट की रेसिपी

कॉर्न फ्लोर और मक्के का आटा में अंतर

कॉर्न फ्लोर और मक्के का आटा दोनों मक्का से बने होते हैं, लेकिन इनके उत्पादन प्रक्रिया, गुणधर्म और उपयोग में कुछ मुख्य अंतर होते हैं। आइए इनके पांच अंतर विस्तार से समझते हैं:

  1. स्रोत और बनावट: कॉर्न फ्लोर मक्के के दानों से प्राप्त शुद्ध स्टार्च होता है और इसका पाउडर सफेद व महीन होता है और मक्के का आटा को मक्के पूरे दाने को पूरा पीसकर बनाया जाता है, जिससे यह पीले रंग का और थोड़ा मोटा होता है।
  2. पोषक तत्व: कॉर्न फ्लोर में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट होते हैं, परंतु प्रोटीन और फाइबर की मात्रा कम होती है मक्के का आटा में फाइबर, विटामिन बी, आयरन, और प्रोटीन होता है, जिससे यह ज्यादा पौष्टिक होता है।
  3. पाचन में प्रभाव: कॉर्न फ्लोर स्टार्च होने के कारण यह पचने में आसान होता है, लेकिन पोषण के मामले में कम होता है लेकिन मक्के का आटा अधिक फाइबर होने के कारण यह पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
  4. रसोई में उपयोग: कॉर्न फ्लोर को गाढ़ापन लाने के लिए सूप, सॉस और ग्रेवी में उपयोग किया जाता है जबकि मक्के का आटा का प्रयोग रोटी, ब्रेड और अन्य भारतीय व्यंजनों जैसे मक्के की रोटी में किया जाता है।
  5. स्वाद और सुगंध: कॉर्न फ्लोर का स्वाद हल्का होता है और यह पकवान के स्वाद को नहीं बदलता जबकि मक्के का आटा में हल्का मक्के का स्वाद होता है, जो व्यंजन को एक खास सुगंध और स्वाद देता है।

कॉर्न फ्लोर और मक्के का आटा में मुख्य अंतर संक्षेप में:

  • कॉर्न फ्लोर सफेद और महीन, मक्के का आटा पीला और मोटा।
  • कॉर्न फ्लोर में कार्बोहाइड्रेट अधिक, मक्के के आटे में फाइबर और प्रोटीन अधिक।
  • पाचन के लिए मक्के का आटा बेहतर।
  • कॉर्न फ्लोर गाढ़ापन लाने, मक्के का आटा रोटी और अन्य व्यंजनों के लिए।
  • कॉर्न फ्लोर स्वादहीन, मक्के का आटा हल्का मक्के का स्वाद देता है

कॉर्न फ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrition Value in Corn Flour in Hindi

किसी भी तरह का फसल हो उसमे कई तरह के पोसक तत्व पाए जाते है उसी तरह एक चमचा कॉर्न फ्लोर में पाए जाने वाले पोसक तत्व जी जानकारी निचे टेबल में दी गयी है।

पोषक तत्वपोषक तत्वों की मात्रा
एनर्जी44 कैलोरीज
प्रोटीन1.1 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट9.1 ग्राम
फैट0.5 ग्राम
फाइबर1.2 ग्राम
विटामिन बी 1 (थियामाइन)0.17 mg
विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन)0.09 mg
विटामिन बी 3 (नियासिन)1.17 mg
फोलेट विटामिन बी 927.9 एमसीजी
कैल्शियम16.9 mg
आयरन0.86 mg
मैग्नीशियम13.2 mg
फॉस्फोरस26.7 mg
जिंक0.22 mg
पोटैशियम35.7 mg

कॉर्न फ्लोर के फायदे

कॉर्न फ्लोर में फाइबर पाया जाता है, जो हमारे पाचन तंत्र के लिए लाभदायक होता है। इसमें ग्लूटेन नहीं होता, इसलिए यह ग्लूटेन सेंसिटिव लोगों के लिए सुरक्षित है। इसके अलावा, इसमें पॉलीफेनोल्स एंटीऑक्सिडेंट भी पाया जाता है, जो शरीर की सूजन को कम करने में सहायक होता है।

कॉर्न फ्लोर को मक्के के स्टार्च से बनाया जाता है, लेकिन फिर भी इसमें अच्छी खासी फाइबर की मात्रा होती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद है। रसोई में इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों की गाढ़ापन बढ़ाने और स्वाद में सुधार के लिए किया जाता है।

  1. कॉर्न फ्लोर में ग्लूटेन नहीं होता है – यह सच है और इस कारण इसे ग्लूटेन सेंसिटिव लोगों के लिए अच्छा माना जाता है।
  2. फाइबर की मात्रा – यह सामान्यत: कॉर्न फ्लोर में बहुत कम होती है, क्योंकि यह शुद्ध स्टार्च होता है। कॉर्न फ्लोर में फाइबर की मात्रा मक्के के आटे (cornmeal) जैसी नहीं होती।
  3. पॉलीफेनोल्स एंटीऑक्सिडेंट – कॉर्न फ्लोर में आमतौर पर पॉलीफेनोल्स या अन्य एंटीऑक्सिडेंट नहीं पाए जाते, ये मक्के में होते हैं, लेकिन स्टार्च बनाने की प्रक्रिया में हट जाते हैं।
  4. ग्रेवी गाढ़ा करना – कॉर्न फ्लोर का मुख्य काम किसी सूप या सब्जी के ग्रेवी को गाढ़ा करने और रसदार बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  5. सूप गाढ़ा करना – कॉर्न फ्लोर से सूप गाढ़ा बनता है।
  6. आइस क्रीम में क्रीम को गाढ़ा करना 
  7. रसमलाई को गाढ़ा करना 
  8. डीप फ्राई के लिए कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल

कॉर्न फ्लोर का रसोई में मुख्य उपयोग व्यंजनों में गाढ़ापन लाने के लिए होता है।

कॉर्न फ्लोर के नुकसान

कॉर्न फ्लोर से होने वाले कुछ नुकसान निम्नलिखित है

  • बाजार में मिलने वाले अधिकतर कॉर्न फ्लोर खतरनाक कीटनाशकों के छिड़काव से पैदा होने वाले मक्के से बनाई जाती है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
  • कॉर्न फ्लोर में काफी मात्र में कैलोरीज एवं कार्बोहाइड्रेट होता है जो शारीर को मोटापे को कम करने में रुकावट पैदा करता है।
  • कॉर्नफ्लोर का अधिक मात्रा में उपयोग करने से ये आपके शरीर में एलडीएल को बढ़ा देता हैं जोकि एक खराब कोलेस्ट्रॉल है इसके अधिक उपयोग से हृदय सम्बन्धी बीमारियाँ भी हो सकती है।

यदि प्राकृतिक तरह से मक्के का उत्पादन करके कॉर्न फ्लोर का निर्माण किया जाये तो ये हमारे स्वस्थ के लिए कोई खतरा नहीं है लेकिन बाजार में कई तरह के मिलावटी चीजो से मिलकर कॉर्न फ्लोर बनाया जाता है ऐसे कॉर्न फ्लोर के उपयोग से बचना चाहिए।

कॉर्नफ्लोर का स्टोरेज | Storage of Corn Flour in Hindi

जैसा की अब तक आप जान ही गए होंगे की कॉर्न फ्लोर कॉर्न के स्टार्च से बनता है इसलिए इसको स्टोर करने के लिए बिलकुल सुखा और साफ़ बर्तन की जरुरत पड़ती है। थोडा सा भी पानी के संपर्क में आते ही कॉर्न फ्लोर ख़राब होने लगता है। यह बहुत ही जल्दी नमी अव्सोसित करने लगता है इसलिए हमेशा कॉर्न फ्लोर को गिले जगह से दूर रखना चाहिए।

अगर आप अपने घर में कॉर्न फ्लोर का स्टोरेज बनाना चाहते है तो आप बड़े सीसे के जार में स्टोर कर सकते है या सूखे प्लास्टिक के डिब्बो में भी स्टोर करके रख सकते है।

FaQ


कॉर्न फ्लोर को हिंदी में क्या कहते हैं?

कॉर्न फ्लोर का हिंदी में अर्थ “मक्के का आटा” है, लेकिन इसे कई बार “कॉर्न स्टार्च” भी कहा जाता है।


कॉर्न फ्लोर का दूसरा नाम क्या है?

कॉर्न फ्लोर का दूसरा नाम “कॉर्न स्टार्च” है।


कॉर्न फ्लोर किस काम आता है?

कॉर्न फ्लोर किसी भी ग्रेवी वाले सब्जी को गाढ़ेदार बनाता है और ग्रेवी को स्वादिष्ट भी बनाता है। यदि कोई पकोड़ा या फ्राई आइटम बनाया जाए तो उसमे कुरकुरापन लाने के लिए कॉर्न फ्लोर बहुत बढ़िया काम करता है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने कॉर्न फ्लोर किसे कहते हैं, कॉर्न फ्लोर से क्या-क्या बनता है, अरारोट और कॉर्न फ्लोर में अंतर इन सभी विषयों पर बातें की है आशा है इस आर्टिकल को पढ़कर आप आपके जरूरत की जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे। आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

4.8/5 - (6 votes)

Leave a Comment