हल्दी हमारे घर में पाए जाने वाली सबसे फायदेमंद और लाभदायक प्राकृतिक औसधी में से एक है यह बात अगर अगर हम दावे के साथ भी कहें तो गलत नहीं होगा चलिय आज हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है इस बारे में जानकारी पढ़ लेते है|
हल्दी एक ऐसा औसधी है जिसमे प्राकृतिक रूप से एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक) गुण कूट कूट के पाए जाते है| एंटीबायोटिक हमारे शारीर के रोगों को मिटाने के लिए सबसे लाभदायक दवाई में से एक है|
हल्दी के एंटीबायोटिक गुणों के बारे में विश्तार से आगे हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है के इस लेख में चलिए जानते है|
हल्दी के गुण एवं लाभ – हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है
हल्दी में कई प्रतिजैविक गुण पाए जाते है जिसका लाभ शारीर के घाव, सुजन, दर्द, बुखार और चेहरे का निखार इन सब में होता है| हल्दी अपने आप में एक एंटीबायोटिक की दवाई और एंटीसेप्टिक है|
हल्दी का कई जगहों पर व कई शारीरिक परेशानियों में अलग अलग गुण और लाभ के लिए स्तेमाल किया जाता है| हल्दी के गुण एवं लाभ की व्याख्यान निचे बताई जा रही है|
हल्दी का उपयोग निम्नलिखित जगह और परेशानियों में किया जा सकता है|
1. सर्दी और जुखाम – हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है
यदि आप कभी सर्दी खांसी के वजह से बीमार पड़े है या बारिश में भीगने की वजह से या ठण्ड से तो आपने जरूर अपने डॉक्टर या वृद्ध परिवार जनों से सुने होंगे की दूध में हल्दी मिलाकर पियो| यदि आपको जानकारी नहीं है तो मै बताता चालू की सर्दी खांसी, जुखाम या छोटा मोटा बुखार ये सब अधिकतर प्रतिजैविको (बेक्टेरिया और वायरस) के द्वारा फैलता है|
हल्दी में भरपूर मात्रा में एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक) गुण पाए जाते है जो हमारे शारीर के अन्दर जाने पर शारीर में उत्पन्न हुए सभी बेक्टेरिया और वायरस को ख़तम करता है जिसके वजह से हमे बहुत जल्द खांसी और सर्दी से रहत मिल जाती है|
2. शारीरिक दर्द और सुजन – हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है
यदि किसी को चोट या सुजन आये तो वो हल्दी का लेप और दूध और हल्दी का सेवन करें इससे शारीरिक दर्द और सुजन को ठीक होने में बहुत आसानी होती है|
हल्दी और सरसों तेल का लेप लगाकर चोट वाले जगह पर लगाने से बहुत लाभ मिलता है इससे बहुत जल्दी सूजन ठीक होता है|
3. घाव या कट – हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है
शारीर पर जब भी कभी किसी प्रकार का घाव हो या खरोंच या फिर कट लग जाये तो आपको गर्म दूध में कच्चा हल्दी का पेस्ट लगाकर पिने से बहुत ज्यादा लाभ होता है|
क्योंकि हल्दी में एंटीबायोटिक बहुत भरपूर मात्रा में पाए जाते है इसलिए घाव को ठीक करने में यह बहुत ज्यादा लाभदायक होता है, घाव हमेशा जीवाणुओं और बेक्टेरिया के कारण जल्दी ठीक नहीं होते हल्दी उन जिवानुओ को आपके शारीर से ख़त्म करता है जिससे घाव जल्दी ठीक होते है|
4. त्वचा को साफ़ करने के लिए – हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है
हल्दी में भरपूर मात्र में एंटीबायोटिक गुण होता है| दूध और हल्दी का गिला लेप बनाकर उसको पिप्ल या मुँहासे वाले जगह पर लगाने और साथ ही हर दिन हल्दी वाला दूध पिने से पुराने से पुराने मुँहासे, पिम्पल बिना किसी दाग को छोरे ठीक हो जाते है|
आपने कभी न कभी जरूर टीवी पर फेस क्रीम को हल्दी वाला फेस क्रीम के नाम पर विज्ञापन करते देखा होगा| कोई भी बाजार में मिलने वाला हल्दी का क्रीम बिना किसी केमिकल या हानिकारक उत्पाद के नहीं मिल सकता इसलिए ऐसे में सबसे अच्छा खुद से हल्दी का लेप बनाकर लगाने में सबसे ज्यादा लाभ मिलता है|
5. शारीर की तंदुरुस्ती – हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है
अभी के समय में न जाने किन किन प्रकार के पाउडर आ गए है जिसका उपयोग माता पिता दूध में मिलकर बच्चो को पिलाते है जिससे उनका अच्छा शारीरिक विकाश हो लेकिन उन पाउडर के जगह यदि रोजाना एक छोटी चम्मच हल्दी का मिलकर बच्चो को पिलाए तो उन पाउडर के मुकाबले 10 गुना अधिक फायदा हल्दी करेगा|
दूध में हल्दी को मिलाकर रोजाना पिने से हड्डी के मजबूत होने के साथ साथ शारीर पूरी तरह से बहरी जैविक संक्रमण के कारण होने वाले बिमारियों से सुरक्षित रहता है|
हल्दी का उपयोग किसी बीमारी या शारीरिक तकलीफ होने पर करें या रोजाना अपने घर पर दूध के साथ सेवन करे यह आपको हमेशा लाभ देगा| हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है इस आर्टिकल में हमने हल्दी के केबल 5 लाभ बताये है लेकिन इसके कई अनगिनत लाभ है|
हल्दी को रोजाना अपने आहार में दूध के साथ सामिल करने से बहुत लाभ होता है|
निष्कर्ष
इस लेख में हमने हल्दी के एंटीबायोटिक लाभ क्या है इसके बारे में बताया है| हल्दी जो की घर में मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है उसको यदि दूध में मिलाकर सेवन करें या किसी शारीरिक तकलीफ में एंटीबायोटिक के रूप में प्रयोग करें वो बहुत लाभ पहुंचाता है| आशा करते है की आपको ये अर्टिकल से कुछ जानकारी जानने को मिली होगी|
READ MORE